नई दिल्ली । PM नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण संदेश देते हुए NDA शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों (CM ) और उपमुख्यमंत्रियों को संयमित भाषा और ज़िम्मेदार बयानों की सलाह दी है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर हो रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच पीएम मोदी ने कहा कि हर संवेदनशील मुद्दे पर बोलना ज़रूरी नहीं होता, खासकर जब मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हो।
बंद दरवाजों के पीछे मीटिंग में सख्त लहजा
सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में दिल्ली में हुई एक बैठक में PM मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सरकार के हर स्तर पर जिम्मेदारी की आवश्यकता है। उन्होंने NDA के मुख्यमंत्रियों (CM ) और उपमुख्यमंत्रियों को चेताया कि गैर-जरूरी और अनधिकृत बयानबाजी ऑपरेशन के प्रभाव को कम कर सकती है और इससे राष्ट्रहित को नुकसान पहुँच सकता है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गोपनीयता का हवाला
मोदी ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों में गोपनीयता और रणनीतिक चुप्पी सबसे अहम होती है। सरकार जो कह रही है, वही पर्याप्त है। इससे इतर बयान देने की ज़रूरत नहीं है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि मीडिया में आने वाली हर खबर पर राजनीतिक प्रतिक्रिया देना जरूरी नहीं, और बेहतर यही है कि आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी तक ही बयान सीमित रखें।
अनुशासन और एकजुटता पर जोर
बैठक में पीएम ने NDA शासन के तहत आने वाले सभी नेताओं से कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी महत्वपूर्ण है, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो, तो एकजुटता और अनुशासन सबसे पहले आता है।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी बयानबाजी राजनीतिक विरोधियों को मुद्दा देने का काम करती है, जिससे सरकार की साख और मिशन की गंभीरता पर सवाल उठ सकते हैं।
भविष्य की रणनीति का संकेत
पीएम मोदी की इस नसीहत को 2024 के बाद के NDA शासन की दिशा और अनुशासन तय करने वाले संकेत के रूप में देखा जा रहा है। इसमें साफ है कि वो गठबंधन में रहते हुए भी केंद्रीय नेतृत्व की स्पष्ट लाइन को फॉलो कराने के पक्ष में हैं।