भोपाल, PM नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल पहुंचे, जहां उन्होंने लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में भाग लेकर कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। यह कार्यक्रम देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण को समर्पित विभिन्न योजनाओं और स्मारकों की शुरुआत की।
अहिल्याबाई होल्कर को समर्पित डाक टिकट और स्मृति सिक्का जारी
महासम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में एक विशेष डाक टिकट और 300 रुपये मूल्य का एक स्मारक सिक्का जारी किया। यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है बल्कि देश में महिलाओं की भूमिका और योगदान को रेखांकित करने का प्रतीक भी बन गया है।
प्रधानमंत्री ने जंबूरी मैदान में आयोजित एक विशेष प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया, जिसमें अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, कार्यों और मध्य प्रदेश के सामाजिक-सांस्कृतिक विकास को दर्शाया गया था। इसके बाद उन्होंने मंच से उपस्थित लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
महिला कलाकारों को मिला राष्ट्रीय सम्मान
इस कार्यक्रम के एक महत्वपूर्ण हिस्से में, पारंपरिक, जनजातीय और लोक कलाओं में योगदान देने वाली महिला कलाकारों को राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार देश भर की उन महिलाओं को समर्पित है जिन्होंने अपनी कला और संस्कृति के माध्यम से सामाजिक सशक्तिकरण में योगदान दिया है।
अटल ग्राम सुशासन भवनों के लिए पहली किस्त जारी
PM ने देशभर में 1,271 अटल ग्राम सुशासन भवनों के निर्माण के लिए 480 करोड़ रुपये से अधिक की पहली किस्त भी जारी की। ये भवन पंचायत स्तर पर प्रशासनिक कार्यों के संचालन, बैठकों के आयोजन, और अभिलेखों के सुरक्षित प्रबंधन के लिए स्थायी बुनियादी ढांचा प्रदान करेंगे। इसका उद्देश्य ग्राम शासन को सशक्त बनाना और स्थानीय प्रशासन में पारदर्शिता लाना है।
इंदौर मेट्रो परियोजना की शुरुआत
भोपाल में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने इंदौर मेट्रो की येलो लाइन पर 6 किलोमीटर के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का वर्चुअली उद्घाटन किया। इस खंड में पांच स्टेशन हैं जिनके नाम देश की वीरांगनाओं के नाम पर रखे गए हैं—सिंदूर देवी, अहिल्या, दुर्गावती, अवंतिका बाई, और झलकारी बाई। यह परियोजना न केवल इंदौर की यातायात व्यवस्था को आधुनिक बनाएगी, बल्कि यह शहरी जीवन को अधिक सुगम और पर्यावरण अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इंदौर मेट्रो परियोजना की कुल लंबाई 31.32 किलोमीटर है, जिसमें 22.62 किलोमीटर एलेवेटेड तथा 8.7 किलोमीटर भूमिगत रूट शामिल हैं। पूरे प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत लगभग 7,500 करोड़ रुपये है, जबकि उद्घाटन खंड की लागत लगभग 1,520 करोड़ रुपये बताई गई है।
दतिया एयरपोर्ट से पर्यटन और आवागमन को मिलेगी गति
PM मोदी ने इस अवसर पर दतिया एयरपोर्ट का वर्चुअल उद्घाटन भी किया, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक बड़ी सुविधा लेकर आया है। यह एयरपोर्ट 60 करोड़ रुपये की लागत से 124 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है। इसमें 1.81 किलोमीटर लंबा रनवे, दो चेक-इन काउंटर और 50 कारों की पार्किंग की सुविधा है।
यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट पर पेयजल, सुरक्षा, साफ-सफाई, टेंट, मेडिकल सुविधा, एम्बुलेंस सेवा, अस्थायी अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्था की गई है। फ्लाई बिग एयरलाइन द्वारा 19 सीटर विमान सप्ताह में चार दिन यहां से संचालित किए जाएंगे, जिससे धार्मिक यात्राओं और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बल मिलेगा।
सतना एयरपोर्ट का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा
भोपाल से प्रधानमंत्री ने वर्चुअली सतना एयरपोर्ट का भी लोकार्पण किया। यह एयरपोर्ट सतना की पुरानी हवाई पट्टी के स्थान पर 37 करोड़ रुपये की लागत से पुनर्निर्माण कर तैयार किया गया है। इसका निर्माण 31 अक्टूबर 2024 को शुरू हुआ था और मात्र दो महीनों में 20 दिसंबर 2024 को इसे डीजीसीए से संचालन की अनुमति मिल गई।
सतना एयरपोर्ट में 1,200 मीटर लंबा रनवे, दो विमानों की पार्किंग क्षमता, 750 वर्गमीटर में फैला टर्मिनल भवन, एटीसी टावर, वीआईपी लाउंज और विशेष आवश्यकता वाले यात्रियों के लिए सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसकी 5.5 किलोमीटर लंबी सुरक्षा बाउंड्री वॉल भी तैयार की गई है। इस एयरपोर्ट से सतना समेत पूरे विंध्य क्षेत्र में पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा और औद्योगिक विकास को गति मिलने की उम्मीद है।
मध्य प्रदेश को मिलेगा विकास का नया आयाम
PM मोदी की भोपाल यात्रा केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के सामाजिक और भौतिक विकास की नई इबारत लिखने की दिशा में एक ठोस प्रयास है। महिला सशक्तिकरण से लेकर शहरी परिवहन और क्षेत्रीय हवाई कनेक्टिविटी तक, यह दौरा राज्य के बहुआयामी विकास की झलक प्रस्तुत करता है।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, “लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का जीवन हमें सिखाता है कि दृढ़ निश्चय और समर्पण से किसी भी समाज में बदलाव लाया जा सकता है। आज की महिला भी उसी परंपरा की वाहक है।”