ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर और विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने अचानक वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। हालांकि, मैक्सवेल टी-20 क्रिकेट खेलते रहेंगे और अगले साल भारत में होने वाले T20 वर्ल्ड कप के लिए भी उनके चयन की पूरी संभावना है।
उनके इस फैसले ने क्रिकेट प्रेमियों और खासतौर पर ऑस्ट्रेलियाई फैंस को हैरान कर दिया है, क्योंकि मैक्सवेल ने हाल के वर्षों में वनडे में कई यादगार पारियां खेली हैं। उनकी बल्लेबाजी शैली, आक्रामक रवैया और गेंद से भी योगदान उन्हें एक खास ऑलराउंडर बनाता है।
शानदार वनडे करियर
ग्लेन मैक्सवेल ने 2012 में अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। अपने 13 साल लंबे वनडे करियर में उन्होंने कुल 149 वनडे मैच खेले। इस दौरान उन्होंने:
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3,990 रन बनाए
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औसत: 33.81
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स्ट्राइक रेट: 126.70 (वनडे क्रिकेट में यह एक बेहद विस्फोटक स्ट्राइक रेट है)
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शतक: 2
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अर्धशतक: 23
मैक्सवेल ने केवल बल्ले से ही नहीं, बल्कि गेंद से भी टीम को योगदान दिया। उन्होंने ऑफ स्पिन गेंदबाजी से 77 विकेट लिए और 91 कैच पकड़े।
मैक्सवेल का सबसे यादगार प्रदर्शन 2023 वनडे वर्ल्ड कप में रहा, जब उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ 201 रनों की नाबाद पारी* खेलकर असंभव लग रही जीत को मुमकिन किया। वह पारी अब तक वनडे इतिहास की सबसे शानदार पारियों में गिनी जाती है।
क्यों लिया संन्यास?
ग्लेन मैक्सवेल ने अपने संन्यास की घोषणा ‘द फ़ाइनल वर्ड पॉडकास्ट’ पर की। उन्होंने कहा कि वह अब वनडे क्रिकेट में अपनी भूमिका को आगे नहीं देख पा रहे हैं और अब समय आ गया है कि युवा खिलाड़ियों को मौका मिले।
उनके शब्दों में:
“मैंने (ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता प्रमुख) जॉर्ज बेली से बात की और 2027 वर्ल्ड कप पर चर्चा की। मैंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं उस टूर्नामेंट तक खुद को फिट या प्रभावशाली रख पाऊंगा। इसलिए, बेहतर यही होगा कि टीम मेरी जगह किसी और को तैयार करे। उम्मीद है कि उन्हें पर्याप्त मौके मिलें ताकि वे उस भूमिका को निभा सकें और टीम को भविष्य में आगे ले जाएं।”
मैक्सवेल का यह बयान उनके आत्मचिंतन और टीम के प्रति समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने यह फैसला बिना किसी विवाद या दबाव के, अपनी मर्जी और टीम हित में लिया है।
टी20 करियर जारी रहेगा
ग्लेन मैक्सवेल ने साफ कर दिया है कि वह टी20 क्रिकेट खेलते रहेंगे। उनका कहना है कि:
“मुझे लगता है कि मैं टी20 क्रिकेट में अब भी योगदान दे सकता हूं। मैं खुद को इस फॉर्मेट में प्रभावशाली और उपयोगी मानता हूं। इसलिए जब तक फिट हूं, खेलता रहूंगा।”
मैक्सवेल इस समय दुनिया की कई टी20 लीगों में सक्रिय हैं, जिसमें आईपीएल, बिग बैश लीग और टी10 जैसी लीग शामिल हैं। वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए आईपीएल में एक अहम खिलाड़ी हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए बड़ा झटका
मैक्सवेल का संन्यास ऑस्ट्रेलिया की वनडे टीम के लिए एक बड़ा नुकसान है। वह एक ऐसा खिलाड़ी थे जो किसी भी स्थिति में मैच का रुख बदल सकते थे। चाहे जरूरत हो तेज़ रन बनाने की, पार्टनरशिप तोड़ने की या मुश्किल कैच पकड़ने की—मैक्सवेल हमेशा एक एक्स-फैक्टर रहे।
उनके बाद ऑस्ट्रेलिया को अब एक नए मिडल ऑर्डर ऑलराउंडर की तलाश करनी होगी जो बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दे सके।
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाएं
मैक्सवेल के संन्यास के बाद सोशल मीडिया पर क्रिकेट जगत की प्रतिक्रियाओं का सैलाब आ गया। पूर्व खिलाड़ियों, क्रिकेट पंडितों और फैंस ने उन्हें उनकी वनडे सेवाओं के लिए धन्यवाद दिया।
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पैट कमिंस (ऑस्ट्रेलिया कप्तान): “मैक्सी जैसा कोई नहीं! उन्होंने मुश्किल समय में टीम को कई बार उबारा है। वनडे क्रिकेट उन्हें याद करेगा।”
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विराट कोहली (RCB टीममेट): “मैक्सी एक गेम चेंजर हैं। वनडे क्रिकेट में उनका योगदान शानदार रहा है।”
ग्लेन मैक्सवेल का वनडे क्रिकेट से संन्यास एक युग के अंत की तरह है। वह न सिर्फ एक विस्फोटक बल्लेबाज थे, बल्कि एक ऐसे खिलाड़ी थे जो टीम को हर विभाग में संतुलन देते थे। उनकी फील्डिंग, गेंदबाजी और बल्लेबाजी तीनों ही ऑस्ट्रेलियाई टीम की ताकत का हिस्सा रही हैं।
हालांकि अब वह वनडे फॉर्मेट में नहीं दिखेंगे, लेकिन टी20 में उनका जलवा कायम रहेगा। उनकी मौजूदगी युवाओं को प्रेरित करती रहेगी और उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में वह कोच या मेंटर के रूप में भी अपनी भूमिका निभाएंगे।