भिलाई | छत्तीसगढ़ लोकदर्शन स्पेशल रिपोर्ट
नंदिनी टाउनशिप की शांत सुबह सोमवार को एक भयानक चीख में तब्दील हो गई, जब एक बंद मकान के अंदर से उठता धुआं एक खौफनाक त्रासदी की गवाही देने लगा। मां-बेटी की जली हुई लाशें देखकर हर आंख भर आई, हर दिल कांप उठा।
💔 सुबह की सैर से लौटे तो सबकुछ जलकर राख हो चुका था!
घटना सुबह क़रीब 8 बजे की है, जब बीएसपी के रिटायर्ड कर्मचारी सीताराम साहू मॉर्निंग वॉक से लौटे तो उन्होंने अपने घर से काला, घना धुआं उठते देखा। आवाज़ लगाई, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया। दरवाज़ा बंद था। पड़ोसियों की मदद से जैसे ही दरवाज़ा तोड़ा गया, अंदर का नज़ारा रूह कंपा देने वाला था—कमरे में मां और बेटी की जली हुई लाशें पड़ी थी।
😰 जागेश्वरी और दिव्यांशी की मौत: हादसा या खुदकुशी?
मृतका जागेश्वरी साहू (37) पिछले कई सालों से अपने पति से अलग रह रही थीं। उनकी 7 साल की बेटी दिव्यांशी उनकी दुनिया थी। लेकिन आज, दोनों एक साथ आग की लपटों में समा गईं।
👉 शुरुआती जांच में पता चला है कि जागेश्वरी मानसिक तनाव से जूझ रही थीं और उनका तलाक का केस कोर्ट में चल रहा था। पुलिस परिवारिक कलह, मानसिक अवसाद, आत्महत्या, और आगजनी की साजिश जैसे हर एंगल से जांच कर रही है।
🧪 फॉरेंसिक टीम जुटी सुरागों की तलाश में…
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। मर्ग कायम कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। एएसपी अभिषेक झा ने बताया कि यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मां-बेटी ने बचने की कोई कोशिश की थी या नहीं।
🧾 कमरे से मिले जले हुए कपड़े, सिलेंडर, और अन्य सामानों की जांच की जा रही है। एफएसएल रिपोर्ट और पोस्टमार्टम के बाद ही सच का पर्दाफाश हो पाएगा।
इलाके में पसरा सन्नाटा, लोग सदमे में…
घटना के बाद नंदिनी टाउनशिप में मातम का माहौल है। पड़ोसी स्तब्ध हैं—”अभी कल ही बच्ची को हँसते देखा था, आज वही लाश बन गई!” लोग इस त्रासदी को समझ नहीं पा रहे कि यह महज हादसा है या किसी गहरी साजिश की परछाईं।
🛑 अब सबसे बड़ा सवाल यह है:
> 🔍 क्या यह दर्दनाक हादसा किसी मानसिक अवसाद की परिणीति था?
🔍 या फिर इस मासूम की मौत के पीछे कोई छिपी साजिश है?
🔍 क्या किसी ने जानबूझकर बंद घर को मौत का कैदखाना बना दिया?
👉 इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में जांच से सामने आएंगे। लेकिन फिलहाल, दुर्ग एक ऐसी त्रासदी के साए में है, जिसकी टीस सालों तक महसूस की जाएगी…