। जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के खिलाफ भारत ने दो मोर्चों पर बड़ी कार्रवाई की है। एक ओर किश्तवाड़ ज़िले में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया, वहीं दूसरी ओर BSF ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान की 5 चौकियों और एक आतंकी लॉन्च पैड को तबाह कर दिया।
किश्तवाड़ में एनकाउंटर, एक जवान शहीद
भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर के अनुसार किश्तवाड़ के घने जंगलों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना के बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। तलाशी के दौरान भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। गोलीबारी में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिन्हें इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन वे शहीद हो गए।
इलाके में अब भी आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, दो से तीन आतंकी छिपे हुए हैं, जिनके घेराव के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।
LOC पर जवाबी हमला: पाकिस्तान की चौकियां और लॉन्च पैड ध्वस्त
दूसरी ओर, पाकिस्तान की ओर से बढ़ती घुसपैठ की कोशिशों का जवाब देते हुए बीएसएफ ने बड़ी कार्रवाई की। सीमा पर स्थित पांच पाकिस्तानी चौकियों को ध्वस्त किया गया, जो आतंकी गतिविधियों को समर्थन देने में इस्तेमाल की जा रही थीं।
बीएसएफ सूत्रों के अनुसार, इन चौकियों के पास एक आतंकी लॉन्च पैड भी सक्रिय था, जिसे भी पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है। यह कार्रवाई पाकिस्तानी सेना की ओर से हुई उकसावे वाली फायरिंग के जवाब में की गई।
भारत का सख्त संदेश: घुसपैठ और आतंक पर सख्त नीति
भारतीय सुरक्षा बलों की यह दोहरी कार्रवाई साफ संदेश देती है कि अब आतंक और घुसपैठ को लेकर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। जम्मू-कश्मीर के भीतर और सीमाओं पर हो रही किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत जवाब दिया जाएगा।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से आतंकियों को घुसपैठ कराने की कोशिशें लगातार जारी हैं, खासकर चुनावी और संवेदनशील माहौल के बीच। लेकिन भारत अब रक्षात्मक नहीं, आक्रामक रणनीति अपनाने को तैयार है।
वीर जवान को श्रद्धांजलि, ऑपरेशन अभी जारी
किश्तवाड़ में शहीद हुए जवान को सेना ने श्रद्धांजलि दी है और ऑपरेशन अभी भी पूरी गंभीरता से चल रहा है। सेना का उद्देश्य है कि आतंकियों को जिंदा पकड़ा जाए या खत्म किया जाए, जिससे इलाके में स्थायी शांति बहाल हो सके।