@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, रायपुर। छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने संगठन को जमीनी स्तर पर धार देने में जुट गई है। मंडल स्तर पर टीमों के गठन का काम पूरा होने के बाद अब सभी की निगाहें जिला कार्यकारिणी की घोषणा पर टिक गई हैं। इस महत्वपूर्ण नियुक्ति के लिए पार्टी के भीतर मंथन का दौर शुरू हो चुका है और कई बड़े चेहरे अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं।
मंडल गठन के बाद अब जिलों की बारी, 36 संगठनात्मक जिलों में बनेंगी नई टीमें
पार्टी सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में भाजपा के सभी 479 मंडलों में नई कार्यकारिणी का गठन सफलतापूर्वक कर लिया गया है। अब अगला चरण जिला स्तर पर संगठन को मजबूत करना है। प्रदेश के 36 संगठनात्मक जिलों में जल्द ही नई जिला कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी। इन नई टीमों के गठन की जिम्मेदारी जिला अध्यक्षों को सौंपी गई है। इसके साथ ही, जिले के अंतर्गत आने वाले सात प्रमुख मोर्चा-प्रकोष्ठों में भी नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी ताकि संगठन की गतिविधियों को गति मिल सके।
पूर्व विधायक भी रेस में, जिला अध्यक्षों पर दारोमदार
जिला कार्यकारिणी में जगह पाने के लिए पार्टी के भीतर जबरदस्त होड़ मची हुई है। सबसे खास बात यह है कि इस बार कई पूर्व विधायक भी जिला स्तर के पदों के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट है कि पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले अपने सबसे अनुभवी और प्रभावशाली चेहरों को संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देना चाहती है। जिला अध्यक्षों पर एक संतुलित और मजबूत टीम बनाने का दबाव रहेगा, जो पार्टी की नीतियों को जनता तक प्रभावी ढंग से पहुंचा सके।
युवा और महिला मोर्चा पर टिकी सबकी निगाहें, प्रदेश अध्यक्ष के लिए लॉबिंग तेज
जिला स्तर के गठन के बाद पार्टी का फोकस प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी के विस्तार पर होगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण और चर्चित पद युवा मोर्चा और महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के हैं।
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युवा मोर्चा: यह पद हमेशा से ही सबसे ज्यादा डिमांड में रहा है। प्रदेश भर के युवा नेता अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। दावेदार अपने बायोडेटा और उपलब्धियों के साथ संगठन के वरिष्ठ नेताओं से लगातार संपर्क साध रहे हैं।
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महिला मोर्चा: इसी तरह, महिला मोर्चा अध्यक्ष पद के लिए भी कई महिला नेत्रियों के बीच कड़ा मुकाबला है। कुछ पूर्व महिला विधायक भी इस पद को पाने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही हैं, जिससे यह दौड़ और भी दिलचस्प हो गई है।
प्रदेश में दो नए महामंत्रियों की होगी नियुक्ति, वरिष्ठ नेताओं ने संभाला मोर्चा
प्रदेश संगठन में दो नए प्रदेश महामंत्रियों की भी नियुक्ति की जानी है। ये पद इसलिए खाली हुए हैं क्योंकि पूर्व प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव को साय सरकार में नान (नागरिक आपूर्ति निगम) का अध्यक्ष बनाया गया है, वहीं रामू रोहरा अब धमतरी नगर निगम के महापौर हैं। इन दो महत्वपूर्ण पदों पर अपनी पसंद के व्यक्ति को नियुक्त कराने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी लॉबिंग शुरू कर दी है। हर कोई अपने खास सिपहसालार को संगठन में अहम जिम्मेदारी दिलाना चाहता है।
आने वाले कुछ हफ्तों में यह साफ हो जाएगा कि छत्तीसगढ़ बीजेपी की नई टीम में किन चेहरों को जगह मिलती है और संगठन किस रणनीति के साथ आगे बढ़ता है।