@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, रायपुर। 25 जून 1975 को लगे आपातकाल की 50वीं बरसी पर भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “आपातकाल और 1984 का सिख दंगा, ये दोनों कांग्रेस के ताज के नगीने हैं। कांग्रेस के डीएनए में लोकतंत्र की हत्या, असुरक्षा और विरोधियों का दमन शामिल है, जिसे नई पीढ़ी को जानना जरूरी है।”
चंद्राकर ने सवाल उठाया कि आपातकाल के दौरान आखिर मानवाधिकार क्यों निलंबित किए गए थे। उन्होंने कहा, “आज कांग्रेस माफी मांगे या न मांगे, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।” इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेताओं भूपेश बघेल, डॉ. चरण दास महंत, दीपक बैज और टीएस सिंहदेव पर तंज कसते हुए कहा कि “जब कांग्रेस का अंत होगा, तो ये चारों अपने कंधों पर उसे दफनाने ले जाएंगे।”
कांग्रेस नेता सचिन पायलट के आंतरिक कलह को लेकर दिए गए बयान पर चंद्राकर ने पलटवार किया, “अगर अंतर्कलह नहीं है तो नेता प्रतिपक्ष लाठी किस पर चलाएंगे? क्या हम पर चलाएंगे?” उन्होंने यह भी पूछा कि नेता प्रतिपक्ष आखिर किसके कहने पर घटनास्थल पर पहुंचे और लाठीचार्ज हुआ।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के छत्तीसगढ़ दौरे पर चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि “खड़गे रायपुर आ चुके हैं। उनके अधिवेशन के बाद कांग्रेस चुनाव हार गई। अब वो फिर आएंगे, भाषण देंगे, और भाजपा की जीत का रास्ता और पक्का हो जाएगा।”