@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, जशपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के गृह जिला जशपुर के पत्थलगांव थाना क्षेत्र के लाखझर गांव में बाल श्रम निषेध दिवस के दिन एक नाबालिग बच्चे को बिना ठोस सबूत के पेड़ से बांधकर डंडों से बुरी तरह पीटा गया. आरोपी किसान करमु राम ने बच्चे पर खेत में नुकसान और पुआल जलाने का आरोप लगाया. फिलहाल इस पूरे मामले पर पत्थलगांव पुलिस ने फ़ोटो की मदद से जांच कर रही है.
आज जब पूरे देश में बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जा रहा है, तब छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव थाना इलाके में लाखझर गांव से एक घिनौनी घटना सामने आई है. जो बाल अधिकारों के हनन का उदाहरण है. लाखझर गांव में एक नाबालिग बालक को बगैर किसी ठोस प्रमाण के पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा गया. आरोपी ने बच्चे पर खेत में नुकसान पहुंचाने और पुआल जलाने का आरोप लगाया था.
गांव के किसान करमु राम ने बच्चे को बिना किसी सबूत के दोषी ठहराते हुए उसे दिनदहाड़े पेड़ से बांधकर डंडों से मारा. बच्चे को बुरी तरह से घायल कर दिया गया और वह कई घंटों तक उसी हालत में बंधा रहा. इतना ही नहीं उसने इसकी तस्वीर भी पंचायत विकास समिति नामक व्हाट्सग्रुप में शेयर कर दी. परिवार के सदस्यों को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मौके पर पहुंचकर बच्चे को छुड़ाया और आरोपी से नुकसान की भरपाई का वादा किया. घायल बच्चे को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. फिलहाल इस पूरे मामले पर पत्थलगांव पुलिस ने फ़ोटो की मदद से जांच कर रही है.
यह घटना इस बात का सबूत है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी बाल अधिकारों और कानूनी संरक्षण की समझ बहुत सीमित है. ऐसे मामलों में बच्चों को अक्सर चुप करा दिया जाता है. और आरोपी बिना किसी डर के खुलेआम घूमते रहते हैं.