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इजरायल और यमन के हूती संगठन के बीच तनाव और गहरा गया है। शुक्रवार को इजरायल ने यमन के हूती-नियंत्रित बंदरगाहों पर बड़ा हवाई हमला किया, जिससे भारी तबाही की खबरें हैं। यह कार्रवाई हूती संगठन द्वारा हाल में इजरायल पर मिसाइल दागे जाने के जवाब में की गई है।
इजरायल के रक्षा मंत्री की चेतावनी
इजरायल के रक्षा मंत्री इसराइल कैट्ज़ ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि हुदैदाह और सलीफ जैसे बंदरगाहों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने साफ शब्दों में चेतावनी दी कि, उन्होंने कहा कि… “अगर हूती संगठन अपने हमले जारी रखता है, तो उनके नेताओं को भी अंजाम भुगतना होगा। जैसे हम गाज़ा, बेरूत और तेहरान में दुश्मनों को निशाना बना चुके हैं, वैसे ही यमन में अब्दुल मलिक अल-हूती भी सुरक्षित नहीं रहेगा।”
नेतन्याहू ने कहा– “ये तो सिर्फ शुरुआत है”
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Netanyahu)ने इस सैन्य कार्रवाई को “साहसिक और ज़रूरी कदम” बताते हुए कहा.. “हमारे पायलटों ने हूती आतंकियों के दो मुख्य ठिकानों को सफलतापूर्वक तबाह किया है। यह केवल शुरुआत है। हम उन सभी बुनियादी ढांचों को खत्म करेंगे, जिनसे हमें खतरा है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हूती संगठन के पीछे ईरान है।
“हूती सिर्फ एक मोहरा हैं, असली खेल तो ईरान खेल रहा है। हम इस पूरे नेटवर्क को जवाब देंगे।”
मिसाइल हमले का जवाब
गुरुवार को हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर मिसाइल दागी थी, जिसे इजरायली सेना ने हवा में ही नष्ट कर दिया था। हूती संगठन का दावा है कि उन्होंने यह हमला गाजा के लोगों के समर्थन में किया था। हालांकि, उन्होंने कहा था कि अमेरिकी जहाजों पर अब हमले नहीं किए जाएंगे।
क्या होगा आगे?
इस हमले के बाद मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ने की आशंका है। इजरायल ने संकेत दिया है कि अगर हूती हमले बंद नहीं करते, तो और भी बड़ा जवाब दिया जाएगा।