देश में कोरोना के 1200 केस, अबतक 12 मौतें
भारत में पिछले एक हफ्ते में कोरोना के मरीजों की संख्या में तीन गुना इजाफा हुआ है। रोजाना प्रसार दर 300 फीसद पर पहुुंच गई है। करोना के मरीजों की संख्या में बेतहाशा इजाफा को देखते हुए फिर एक बार लॉकडॉउन की आशंका सतानेे लगी है। इस आशंका को देखते हुए भारत के कुछ राज्यों ने अपने यहां अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं विश्व स्तर पर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेेशन WHO भी सभी देेशों पर नजर बनाए हुए है। वैज्ञानिकों ने वर्तमान में कोेरोेना के कारक चार वैरिएंट का पता लगाया है। आइए समझते हैं कि कोराेना के ये नए वैरिएंंट क्या लॉकडाउन की स्थिति लाने में सक्षम हैं…?
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ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल के मुताबिक दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे LF.7, XFG , JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं। बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। उनका यह भी कहना है कि मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सतर्क रहना चाहिए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि, निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है। NB.1.8.1 के A435S, V445H, और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।
भारत में JN.1 वैरिएंट ज्यादा
भारत में कोविड का JN.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।JN.1, ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है। इसे अगस्त 2023 में पहली बार देखा गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी कमजोर करते हैं। अमेरिका के जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार JN.1 अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन राहत की बात यह है कि यह बहुत गंभीर नहीं है। दुनिया के कई हिस्सों में यह सबसे आम वैरिएंट बना हुआ है।JN.1 वैरिएंट के लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं। अगर आपके लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो हो सकता है कि आपको लंबे समय तक रहने वाला कोविड हो। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं।
BA.2 वैरिएंट तेज संक्रमण
**BA.2, कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट (B.1.1.529) का एक सब-वैरिएंट है, जिसे पहली बार 2021 के अंत में पहचाना गया था। यह **BA.1 (मूल ओमिक्रॉन) से अलग है और इसे स्टील्थ ओमिक्रॉन भी कहा जाता था, क्योंकि शुरुआत में इसे पकड़ना मुश्किल था। यह अधिक संक्रामक, लेकिन कम गंभीर है वैक्सीन की बूस्टर डोज BA.2 के खिलाफ प्रभावी है, खासकर गंभीर बीमारी से बचाव में।
ओमिक्रॉन सबलाइनेज अत्यधिक संक्रामक- कम घातक
BA.2, BA.5 और JN.1 जैसे सबलाइनेज में इम्यून एस्केप की क्षमता होती है, यानी ये वैक्सीन या पहले के संक्रमण से बनी एंटीबॉडी को चकमा दे सकते हैं। ओमिक्रॉन और उसके सबवेरिएंट्स फेफड़ों की बजाय ऊपरी श्वसन तंत्र (गला, नाक) को ज्यादा प्रभावित करते हैं, इसलिए हॉस्पिटलाइजेशन और मृत्यु दर डेल्टा की तुलना में कम है।
एशियाई देेशों में लौटा करोना लेकिन फलू की तरह
सिंगापुर, चीन, थाईलैंड और हॉन्गकॉन्ग, एशियाई देशों में कोरोना फिर लौट आया है। सिंगापुर में 25,900 नए मामले दर्ज किए गए, जो पिछले सप्ताह के 13,700 मामलों की तुलना में लगभग 90% अधिक हैं। हांगकांग में बढ़कर 1,000 से अधिक हो गई। थाईलैंड में 2025 में अब तक कुल 71,067 मामले और 19 मौतें दर्ज की गई हैं। चीन में ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप की सूचना मिली थी, जो फ्लू और COVID-19 जैसे लक्षण उत्पन्न करता है।
भारत में तेजी से फैल रहा CORONA

पूरे देश में बुधवार 28 मई की स्थिति में 850 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देशभर में कोरोना वायरस के एक्टिव केसों की संख्या 1200 पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा 430 कोरोना पेशेंट हैं। महाराष्ट्र 325 एक्टिव केसेज के मामले में दूसरे नंबर पर है। इनमें से 316 मरीज सिर्फ मुंबई में हैं। महाराष्ट्र में 66, कर्नाटक में 36, गुजरात में 17, बिहार में 5 और हरियाणा में 3 नए मामले सामने आए हैं।नॉर्थ-ईस्ट में भी कोरोना के मामले सामने आने लगे हैं। अरुणाचल प्रदेश में मंगलवार को 2 महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। इनमें एक को बुखार और हल्की खांसी है, जबकि दूसरी महिला में कोई लक्षण नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मंगलवार को 78 साल के कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग की इलाज के दौरान मौत हो गई। यह राज्य में कोविड के नए वैरिएंट से पहली मौत है। इसके अलावा, महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कुल 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। कुल मृतक की संख्या 12 पहुंच गई है। प्रधानमंत्री मोदी के 29-30 मई को UP-बिहार दौरे के मद्देनजर राज्य का स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट है। निर्देश दिया गया है कि PM के 100 मीटर के दायरे में रहने वाले सभी लोगों की काेराेना जांच होगी।