भारत के विभिन्न हिस्सों में weather ने एक बार फिर कहर बरपाया है। जहां असम में बाढ़ की भयावह स्थिति ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है, वहीं मध्य प्रदेश के कई जिलों में मूसलधार बारिश ने स्थिति गंभीर बना दी है। दूसरी ओर, बिहार में तेज आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं में कई जानें गई हैं।
असम: 5 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में, 11 की मौत
असम में मानसून पूर्व बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार अब तक 5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और कम से कम 11 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। खासकर धेमाजी, लखीमपुर, नागांव, बारपेटा और मोरीगांव जिलों में हालात चिंताजनक हैं। कई इलाकों में सड़कों, पुलों और घरों को नुकसान पहुँचा है।
करीब 1.2 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है और 250 से अधिक राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां लोगों को खाना, पानी और चिकित्सा सुविधाएं दी जा रही हैं।
बाढ़ के कारण हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। सैकड़ों गांवों में बिजली और संचार व्यवस्था ठप हो गई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहत और पुनर्वास कार्यों की निगरानी के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने केंद्र से भी मदद की मांग की है।
मध्य प्रदेश: 38 जिलों में बारिश, फसलों को नुकसान
मध्य प्रदेश में प्री-मानसून गतिविधियों के चलते भारी बारिश हुई है। राज्य के 38 जिलों में तेज बारिश दर्ज की गई है। राजधानी भोपाल, इंदौर, जबलपुर, सागर, छिंदवाड़ा, दमोह, रायसेन, बालाघाट और मंडला में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी हुई है जिससे खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। किसानों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि सोयाबीन और मूंग जैसी फसलों की बुवाई की तैयारी चल रही थी।
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है और रेड अलर्ट जारी किया है।
बिहार: आंधी-तूफान और बिजली गिरने से 7 की मौत
बिहार के कई जिलों में सोमवार शाम आए तेज आंधी-तूफान और बिजली गिरने की घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में किशोर, किसान और महिलाएं शामिल हैं।
घटनाएं मुख्यतः गया, नालंदा, पटना, वैशाली और समस्तीपुर जिलों से सामने आई हैं। 60-80 किमी/घंटा की रफ्तार से चली हवाओं ने कई कच्चे मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
बिजली गिरने से मवेशियों की भी मौत हुई है। कुछ स्थानों पर पेड़ गिरने और बिजली के खंभे टूटने से यातायात व संचार व्यवस्था प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि पूर्वोत्तर भारत, मध्य भारत और उत्तर बिहार में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा बना रहेगा।
खासतौर पर नदियों के किनारे बसे क्षेत्रों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। किसानों को बारिश से बचाव के उपाय अपनाने और खेतों की निगरानी करने को कहा गया है।
देश के अलग-अलग हिस्सों में weather की बदली हुई तस्वीर ने न केवल जनजीवन को बाधित किया है, बल्कि जान-माल की हानि भी हुई है। सरकार और प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं, लेकिन मौसम की अनिश्चितता एक बड़ी चुनौती बनकर उभरी है। ऐसे में ज़रूरत है समय रहते सतर्कता बरतने और पूर्व तैयारी करने की ताकि प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।