@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, रायपुर/हैदराबाद। छत्तीसगढ़ के लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने हैदराबाद में आयोजित कोयला एवं खान मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में हिस्सा लेते हुए भारत में खनिज अन्वेषण से जुड़े विषयों पर केंद्रीय मंत्रियों के साथ सार्थक चर्चा की। इस बैठक में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री किशन रेड्डी और राज्य मंत्री सतीश दुबे भी मौजूद थे। दूसरे सत्र में चर्चा का विषय “भारत में खनिज अन्वेषण” रहा, जिसमें बृजमोहन अग्रवाल ने विशेष रूप से छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा और उसकी उपयोगिता पर विस्तार से सुझाव दिए।
छत्तीसगढ़ की खनिज संपदा को लेकर रखे गए मुख्य बिंदु: राज्य हीरा (Diamond), लिथियम, क्रिस्टल स्टोन और अन्य दुर्लभ प्रेशियस स्टोन्स जैसे खनिजों से समृद्ध है। छत्तीसगढ़ देश की आर्थिक, ऊर्जा और औद्योगिक आवश्यकताओं की रीढ़ बन सकता है।
संसाधनों के दोहन में स्थानीय युवाओं को रोजगार, क्षेत्रीय विकास, और राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देने की बात कही गई।
पर्यावरण-संवेदनशील विकास पर जोर: सांसद ने यह भी कहा कि खनिज संसाधनों के दोहन के साथ-साथ विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, ताकि राज्य की पारिस्थितिकी भी सुरक्षित रहे।
क्षेत्रीय कार्यालय खोलने का प्रस्ताव: बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) और राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (NMDC) के क्षेत्रीय कार्यालय खोले जाने का प्रस्ताव भी बैठक में रखा। उनका मानना है कि इससे राज्य की खनिज संभावनाओं को नई दिशा और गति मिलेगी। इस बैठक में छत्तीसगढ़ की प्रगति और देश के खनिज भविष्य को लेकर जो सुझाव रखे गए, उन्हें मंत्रालय स्तर पर गंभीरता से लिए जाने की उम्मीद है।