हेल्थ डेस्क । भारत में एक बार फिर COVID-19 संक्रमण को लेकर सतर्कता का स्तर बढ़ा दिया गया है। कोरोना वायरस का नया वैरिएंट JN.1, जिसे ओमिक्रॉन उप-वैरिएंट के रूप में पहचाना जा रहा है, देश के कुछ राज्यों में मामलों में अचानक वृद्धि के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।
वर्तमान स्थिति: केस फिर से बढ़ने लगे हैं
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 257 सक्रिय कोविड-19 केस दर्ज किए गए हैं। यह संख्या भले ही कम प्रतीत हो, लेकिन कुछ राज्यों में अचानक वृद्धि ने चिंताओं को जन्म दे दिया है।
सबसे अधिक प्रभावित राज्य:
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केरल: 69 सक्रिय मामले
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महाराष्ट्र: 44 केस
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तमिलनाडु: 34 केस
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इसके अलावा, कर्नाटक, दिल्ली और गुजरात से भी sporadic केस सामने आए हैं
JN.1 वैरिएंट: क्या है खास?
JN.1 वैरिएंट को वैज्ञानिकों ने BA.2.86 लाइन (ओमिक्रॉन की उप-श्रेणी) से संबंधित माना है। यह वैरिएंट पहली बार अमेरिका और सिंगापुर में सामने आया था, और अब धीरे-धीरे एशिया के विभिन्न हिस्सों में फैल रहा है।
लक्षण (अब तक देखे गए):
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हल्का बुखार
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शुष्क खांसी
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सामान्य थकावट
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कुछ मामलों में हल्का गला दर्द और सिरदर्द
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बच्चों में हल्का पेट दर्द भी देखा गया है
विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट तेज़ी से फैलने की क्षमता रखता है, लेकिन फिलहाल इसका असर गंभीर नहीं है।
विशेषज्ञों की राय
एम्स (AIIMS) के डॉ. राजीव भसीन के अनुसार:
“JN.1 अभी तक हल्का प्रतीत हो रहा है, लेकिन संक्रमण की रफ्तार को देखकर सतर्क रहना जरूरी है। खासकर उन लोगों के लिए जो वरिष्ठ नागरिक हैं या पहले से बीमारियों से ग्रस्त हैं।”
ICMR की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मौजूदा टीके अभी भी इस वैरिएंट पर कुछ हद तक प्रभावी हैं, लेकिन बूस्टर डोज़ की जरूरत फिर से महसूस की जा रही है।
सरकार की तैयारी
केंद्र और राज्य सरकारों ने संभावित खतरे को देखते हुए पहले से कार्रवाई शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने निम्न कदम उठाए हैं:
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राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे RTPCR और RAT टेस्टिंग की गति बढ़ाएं
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अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश
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अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर फिर से थर्मल स्क्रीनिंग शुरू
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बूस्टर डोज़ की उपलब्धता की समीक्षा शुरू
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स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सतर्क रहने का निर्देश
आम जनता के लिए सलाह:
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भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें
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हाथ धोते रहें और सैनिटाइज़र का उपयोग करें
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हल्के लक्षण होने पर भी टेस्ट करवाएं
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जिनका बूस्टर डोज़ नहीं लगा है, वे जल्द से जल्द लगवाएं
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सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और सिर्फ सरकारी स्रोतों पर विश्वास करें
अंतरराष्ट्रीय स्थिति
भारत में मामले अभी कम हैं, लेकिन एशिया के अन्य देशों — सिंगापुर, जापान, थाईलैंड और दक्षिण कोरिया — में कोरोना मामलों में 10-15% की वृद्धि दर्ज की गई है। WHO ने देशों को सलाह दी है कि वे जीनोमिक निगरानी और हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर की तैयारी को मजबूत करें।