@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, बिलासपुर। सेवा सहकारी समिति पोंड़ी के संस्था प्रबंधक, धान खरीदी केंद्र प्रभारी और कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ सकरी थाने में जुर्म दर्ज किया गया है. तीनों ने मिलकर 63 लाख रुपए से ज्यादा का धान गायब कर दिया है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक खरीदी केंद्र में 2031 क्विंटल धान होना चाहिए. लेकिन सिर्फ 195 क्विंटल धान ही उपलब्ध है.
जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक अभिषेक शर्मा ने सकरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है. अपने रिपोर्ट में शाखा प्रबंधक ने बताया है कि धान खरीदी वर्ष 2023-24 के दौरान पोंड़ी (घुटकू) केंद्र में गंभीर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं. एक संयुक्त जांच दल द्वारा की गई जांच में यह उजागर हुआ है कि कुल खरीदी गई 55 हजार 476 क्विंटल धान में से 2,226.77 क्विंटल धान स्टॉक में होना था. लेकिन भौतिक सत्यापन पर मात्र 195.77 क्विंटल अमानक धान मिला है. यानी 2,031.00 क्विंटल धान ग़ायब पाया गया. जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 62 लाख 96 हजार 100 है. इस बारे में तीन जिम्मेदार लोगों को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है. जिसमें तत्कालीन संस्था प्रबंधक अरुण कुमार कौशिक, तत्कालीन केंद्र प्रभारी रामखिलावन धुर्वे और तत्कालीन कंप्यूटर ऑपरेटर हरी यादव शामिल है.
जांच प्रतिवेदनों और अभिलेखों के आधार पर पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409 एवं 34 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि जिले के एरमशाही, जयरामनगर, मल्हार, रिसदा, सारधा, बोड़सरा, सोन, पोंड (सकरी) गनियारी, टांडा, कुकदा, पोड़ी, जांजी, मस्तूरी और कौड़ियां समेत कई खरीदी केंद्र में करोड़ों रुपए के धान गायब है. सभी खरीदी केंद्र के कर्मचारियों के खिलाफ जुर्म दर्ज करने की तैयारी की जा रही है.