Trump प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की विदेशी छात्रों को प्रवेश देने की अनुमति तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी है। यह निर्णय अमेरिकी गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम द्वारा घोषित किया गया, जिसमें हार्वर्ड पर “वोक” विचारधारा को बढ़ावा देने और यहूदी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाया गया है। इस कदम से विश्वविद्यालय के लगभग 6,800 अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अन्य संस्थानों में स्थानांतरित होने के लिए कहा गया है।
इसके अतिरिक्त, ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से कथित संबंधों और खतरनाक विरोध प्रदर्शनों की अनुमति देने का आरोप लगाया है। इस निर्णय के तहत, हार्वर्ड के विदेशी छात्रों को स्थानांतरित होने या अमेरिका में अपने कानूनी दर्जे को खोने का सामना करना पड़ सकता है।
Trump प्रशासन ने बैन किया हार्वर्ड में विदेशी ऐडमिशन?
Trump प्रशासन ने 22 मई 2025 को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की विदेशी छात्रों को नामांकन की अनुमति देने वाली स्टूडेंट एंड एक्सचेंज विजिटर प्रोग्राम (SEVP) सर्टिफिकेशन को रद्द कर दिया। यानी हावर्ड में विदेशी एडमिशन के पात्रता को रद्द किया जा चुका है। अमेरिकी सरकार के इस फैसले का असर हावर्ड के 6800 विदेशी छात्रों पर पड़ेगा।
हार्वर्ड फॉरेन स्टूडेंट बैन का पूरा मामला
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर Trump प्रशासन के होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोएम के नेतृत्व में गंभीर आरोप लगाए हैं। यह दावा किया जा रहा है कि हावर्ड के कैंपस में हिंसा, यहूदी विरोधी गतिविधियों और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की गतिविधियां बढ़ रही है। Trump प्रशासन ने यूनिवर्सिटी से हिंसक प्रदर्शन करने वाले छात्रों की जानकारी मांगी थी। लेकिन यूनिवर्सिटी ने जब यह जानकारी नहीं दी तो तत्काल प्रभाव से हार्वर्ड की SEVP सर्टिफिकेशन को रद्द कर दिया। जिसका असर हावर्ड में F1 या जीवन वीजा पर आए छात्रों पर पड़ेगा। हालांकि अभी भी यूनिवर्सिटी के पास मौका है कि वह सभी मांगी गई जानकारियां प्रदान करें।
हार्वर्ड फॉरेन स्टूडेंट बैन का असर
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे विदेशी छात्रों को यह कहा गया है कि वे तुरंत किसी और यूनिवर्सिटी में दाखिला ले, या फिर अमेरिका छोड़कर चले जाए। यदि वे किसी और यूनिवर्सिटी में एडमिशन नहीं लेते हैं तो उन्हें उनके देश भेज दिया जाएगा। इसके अलावा हावर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के एडमिशन पर लगे बैन के कारण नई विदेशी छात्र एडमिशन नहीं ले पाएंगे
यदि आप अमेरिका में ही अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हैं, तो अन्य विश्वविद्यालयों में स्थानांतरण एक विकल्प हो सकता है। इस प्रक्रिया में निम्नलिखित कदम शामिल हो सकते हैं:
ट्रांसफर आवेदन: अन्य मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों में ट्रांसफर के लिए आवेदन करें।
क्रेडिट ट्रांसफर: अपने वर्तमान पाठ्यक्रम के क्रेडिट को नए संस्थान में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू करें।
SEVIS रिकॉर्ड अपडेट: अपने नए संस्थान के साथ SEVIS रिकॉर्ड को अपडेट करें।
DSO से संपर्क: अपने नए संस्थान के Designated School Official (DSO) से संपर्क करके वीज़ा और अन्य आवश्यकताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
अन्य देशों में अध्ययन के विकल्प
यदि अमेरिका में पढ़ाई जारी रखना संभव नहीं है, तो अन्य देशों में उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करना एक विकल्प हो सकता है:
कनाडा: टोरंटो विश्वविद्यालय, ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय (UBC), मैकगिल विश्वविद्यालय जैसे संस्थान अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए लोकप्रिय हैं।
यूनाइटेड किंगडम: ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) जैसे विश्वविद्यालय उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करते हैं।
ऑस्ट्रेलिया: मेलबर्न विश्वविद्यालय, सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी (ANU) जैसे संस्थान अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए उपयुक्त हैं।