@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, राजनांदगांव। नशे के खिलाफ जंग में राजनांदगांव जिले के एक छोटे से गांव ने वो कर दिखाया जो आज पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बन गया है। जनपद पंचायत राजनांदगांव के ग्राम मोखला ने गांव को नशे से मुक्त करने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए सख्त नियम बनाए हैं, जिनमें भारी जुर्माने और नकद इनाम का प्रावधान शामिल है।
🌟 “न बेचेंगे, न पीने देंगे!” – ग्राम मोखला का ऐलान
👉 शराब बेचने पर ₹50,000
👉 शराब खरीदने पर ₹30,000
👉 गांजा बेचने पर ₹30,000
👉 गांजा खरीदने पर ₹20,000
ग्राम पंचायत ने सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास किया है कि नशे के कारोबार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह बेचने वाला हो या खरीदने वाला — दोनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
🎯 सूचना देने वाले को मिलेगा नगद इनाम!
👉 शराब बेचने की सूचना देने पर: ₹20,000
👉 गांजा बेचने की सूचना देने पर: ₹10,000
गांववाले अब बिना डर के अवैध धंधे करने वालों की जानकारी पंचायत को दे सकेंगे, और इसके बदले उन्हें मिलेगा नकद इनाम! यह पहल गांव में सामाजिक भागीदारी और जागरूकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है।
📛सिर्फ शराब नहीं, हर गंदगी पर लगाम!
🚫 सार्वजनिक स्थल पर नशा करने पर: ₹20,000 जुर्माना
🚫 तालाब में मछली काटने पर: ₹10,000 जुर्माना
🚫 नाबालिगों को बीड़ी-सिगरेट बेचने पर: ₹20,000 जुर्माना
🚫 गांव में गंदगी फैलाने पर: सख्त कार्रवाई
🌱 नशामुक्त गांव की ओर पहला सशक्त कदम
ग्राम पंचायत मोखला की यह पहल ना केवल कानून का सम्मान कराने वाली है, बल्कि सामाजिक सरोकार का जीवंत उदाहरण भी बन चुकी है। गांव के जागरूक नागरिकों और पंच-सरपंच की एकजुटता ने साबित कर दिया कि अगर इच्छा हो, तो हर बुराई का अंत संभव है।
📣 अन्य पंचायतों के लिए मिसाल बना ‘मोखला’
ग्राम पंचायत मोखला का साहसिक निर्णय अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। उम्मीद की जा रही है कि छत्तीसगढ़ के अन्य गांव भी इससे प्रेरणा लेकर इसी तरह की कठोर पहल करेंगे और समाज को नशे की चपेट से बाहर निकालेंगे।
🔴 इस गांव ने नशे के खिलाफ ठानी है जंग, अब डरेंगे नशा बेचने वाले — और जागेंगे गांववाले!
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