वरिष्ठ पत्रकारों के मार्गदर्शन में छात्रों ने सीखी पत्रकारिता की बारीकियां, प्रमाण पत्र वितरण और सम्मान समारोह संपन्न
@छत्तीसगढ़ लोकदर्शन, महासमुंद। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, महासमुंद के हिंदी विभाग एवं शोध केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में नई शिक्षा नीति-2020 के तहत एम.ए. हिंदी द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के लिए “पत्रकारिता में रोजगार की संभावनाएं” विषय पर 15 दिवसीय (1 जुलाई से 15 जुलाई 2025) इंटर्नशिप प्रोग्राम का सफल आयोजन किया गया। कुल 60 घंटे के प्रशिक्षण में छात्रों ने पत्रकारिता के विभिन्न पहलुओं का व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. दुर्गावती भारती (विभागाध्यक्ष एवं शोध निर्देशिका) के निर्देशन में किया गया। उन्होंने स्वागत संबोधन में कहा, “नई शिक्षा नीति में प्रायोगिक ज्ञान को विशेष महत्व दिया गया है, जिससे विद्यार्थी आत्मनिर्भर और रोजगारपरक शिक्षा की ओर अग्रसर हो रहे हैं।”
वरिष्ठ पत्रकारों के विचारों से छात्र हुए प्रेरित
कार्यक्रम की अध्यक्ष प्रो. करुणा दुबे (प्राचार्य) ने कहा कि “पत्रकारिता लोकतंत्र का मार्गदर्शन करती है, इसके लिए निडरता और निष्पक्षता आवश्यक है।”
वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शर्मा ने पत्रकारों को “लोकतंत्र का चतुर्थ स्तंभ” बताते हुए जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। डॉ. नीरज गजेंद्र ने कहा कि पत्रकारिता में डेयर, ड्रेसिंग, विजन और स्किल चार अनिवार्य तत्व हैं। उन्होंने डिजिटल और सोशल मीडिया की प्रासंगिकता पर जोर दिया।
पत्रकार विपिन दुबे ने पत्रकारिता में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करते हुए छात्रों को ईमानदार और सजग रहने की प्रेरणा दी। वहीं, रत्नेश सोनी (जिला ब्यूरो चीफ) ने कहा कि “पत्रकारिता समाज के वंचित वर्गों की आवाज उठाने का सबसे प्रभावी माध्यम है।”
छात्रों ने साझा की पत्रकारिता का अनुभव
प्रशिक्षण पूर्ण होने पर छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए। प्रमोद, दामिनी (दैनिक भास्कर), योशिका ठाकुर (नई दुनिया), प्रशांत व उतरा सिन्हा (पत्रिका) और दीपशिखा (हरिभूमि) ने कहा कि इस कार्यक्रम ने उनके आत्मविश्वास और प्रस्तुतीकरण कौशल को नया आयाम दिया।
प्रमाण पत्र वितरण और पत्रकार सम्मान
समापन अवसर पर सभी छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए एवं वरिष्ठ पत्रकारों का सम्मान किया गया।
कामदेव साहू, दौलत साहू (दैनिक भास्कर), जितेंद्र सतपथी (पत्रिका) और सुशील आर्य (हरिभूमि) विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन छात्र प्रशांत सोनवानी ने किया, जबकि डॉ. जीवन चंद्राकर ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, “पत्रकारिता समस्याओं के समाधान का सर्वोत्तम माध्यम है, इसे सीखना छात्रों के भविष्य को उज्जवल बनाएगा।”